Sunday, October 6, 2013

Nav Ratra

Shared with Thanks to Abhilasha Sinha-
इस वर्ष 2013 के शारदीय नवरात्रे 5 अक्टूबर(शनिवार), आश्चिन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारम्भ होगें. इस दिन हस्त नक्षत्र, ऎन्द्र योग होगा. सूर्य और चन्द्र दोनों कन्या राशि में होंगे।
नौ दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में मां भगवती के नौ रूपों क्रमशः शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धदात्री देवी की पूजा की जाती है।
सर्वप्रथम श्रीरामचंद्रजी ने इस शारदीय नवरात्रि पूजा का प्रारंभ समुद्र तट पर किया था और उसके बाद दसवें दिन लंका विजय के लिए प्रस्थान किया और विजय प्राप्त की । तब से असत्य, अधर्म पर सत्य, धर्म की जीत का पर्व दशहरा मनाया जाने लगा। आदिशक्ति के हर रूप की नवरात्र के नौ दिनों में क्रमशः अलग-अलग पूजा की जाती है। माँ दुर्गा की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री है। ये सभी प्रकार की सिद्धियाँ देने वाली हैं। इनका वाहन सिंह है और कमल पुष्प पर ही आसीन होती हैं । नवरात्रि के नौवें दिन इनकी उपासना की जाती है।नवदुर्गा और दस महाविधाओं में काली ही प्रथम प्रमुख हैं। भगवान शिव की शक्तियों में उग्र और सौम्य, दो रूपों में अनेक रूप धारण करने वाली दस महाविधाएँ अनंत सिद्धियाँ प्रदान करने में समर्थ हैं। दसवें स्थान पर कमला वैष्णवी शक्ति हैं, जो प्राकृतिक संपत्तियों की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी हैं। देवता, मानव, दानव सभी इनकी कृपा के बिना पंगु हैं, इसलिए आगम-निगम दोनों में इनकी उपासना समान रूप से वर्णित है। सभी देवता, राक्षस, मनुष्य, गंधर्व इनकी कृपा-प्रसाद के लिए लालायित रहते हैं।
घट स्थापना पूरे आस्था, विश्वास और संकल्प के साथ 05 अक्टूबर 2013, शनिवार (अश्विन शुक्ल प्रतिपदा) को श्रेष्ठ समय सुबह 08 बजकर 05 मिनट से प्रातः 09 बजे तक रहेगा.
तदुपरांत दोपहर 12 बजकर 03 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक बीच करना उत्तम/शुभ रहेगा।
इस दिन यदि चोघडिये के अनुसार घट स्थापना करना चाहे तो शुभ का चोघडिया प्रातः 07 बजकर 51 मिनट से सुबह 09 बजकर 19 मिनट तक रहेगा.
स्थिर लग्न में स्थापना करें—-
यदि आप चाहें तो स्थिर लग्न वृश्चिक में प्रातः 09 बजकर 35 मिनट से सुबह 11 बजकर 50 मिनट तक भी घट स्थापना कर सकते हें.राहुकाल में स्थापना न करें.
मूर्ति या तस्वीर स्थापनाः–माँ दुगा की मूर्ती या तसवीर को लकड़ी की चौकी पर लाल अथवा पीले वस्त्र(अपनी सुविधानुसार) के उपर स्थापित करना चाहिए। जल से स्नान के बाद, मौली चढ़ाते हुए, रोली अक्षत(बिना टूटा हुआ चावल), धूप दीप एवं नैवेध से पूजा अर्चना करना चाहिए।
आसनः-लाल अथवा सफेद आसन पूरब की ओर बैठकर नवरात्रि करने वाले विशेष को पूजा, मंत्र जप, हवन एवं अनुष्ठान करना चाहिए।
कुलदेवी का पूजनः-हर परिवार में मान्यता अनुसार जो भी कुलदेवी है उनका श्रद्धा-भक्ति के साथ पूजा अर्चना करना चाहिए।
दुर्गा पूजा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है जैसे एक घर में दुर्गा की तीन मूर्तियां न हों अर्थात देवी की तीन प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा, पूजन न करें। देवी के स्थान पर वंशवाध, शहनाई का घोष नहीं करना चाहिए तथा दुर्गा पूजन में दूर्वा अर्थात दूब का प्रयोग नहीं करना चाहिए। दुर्गा आवाहन के समय बिल्वपत्र, बिल्व शाखा, त्रिशूल, श्रीफल का प्रयोग करना चाहिए। पूजन में सुगंधहीन व विषैले फूल न चढ़ाए बल्कि लाल फूल मां को प्रिय हैं। रात्रि में कलश स्थापना नही करनी चाहिए। मां दुर्गा को लाल वस्त्र पहनाए और उनका मुख उत्तर दिशा की तरफ कदापि न करें। विभिन्न लग्न, मुहूर्ताे में मंत्र जाप और उपासना का विशिष्ट फल मिलता है जैसे मेष, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक, मकर, कुम्भ में एश्वर्य, धन लाभ, स्वर्ण प्राप्ति और सिद्धि मिलती है। परंतु वृष, मिथुन, सिंह, धनू, मीन लग्न में अपमान, मृत्यु, धन नाश और दुखों की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि में नौ दिन मां भगवती का व्रत रखने का तथा प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करने का विशेष महत्व है। हर एक मनोकामना पूरी हो जाती है। सभी कष्टों से छुटकारा दिलाता है।
नवरात्री के प्रथम दिन ही अखंड ज्योत जलाई जाती है जो नौ दिन तक जलती रहती है। दीपक के नीचे “चावल” रखने से माँ लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है तथा “सप्तधान्य” रखने से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते है.
माता की पूजा “लाल रंग के कम्बल” के आसन पर बैठकर करना उत्तम माना गया है.
नवरात्रि के प्रतिदिन माता रानी को फूलों का हार चढ़ाना चाहिए। प्रतिदिन घी का दीपक (माता के पूजन हेतु सोने, चाँदी, कांसे के दीपक का उपयोग उत्तम होता है) जलाकर माँ भगवती को मिष्ठान का भोग लगाना चाहिए। मान भगवती को इत्र विशेष प्रिय है।
नवरात्री के प्रतिदिन कंडे की धूनी जलाकर उसमें घी, हवन सामग्री, बताशा, लौंग का जोड़ा, पान, सुपारी, कपूर, गूगल, इलायची, किसमिस, कमलगट्टा जरूर अर्पित करना चाहिए।
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए नवरात्र मैं पान मैं गुलाब की ७ पंखुरियां रखें तथा मां भगवती को अर्पित कर दें.
प्रतिदिन कुछ प्रभावी सिद्ध मन्त्रों का पाठ/जप/स्मरण भी करना चाहिए। जेसे:-
सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके । शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोस्तुते ।।
ऊँ जयन्ती मङ्गलाकाली भद्रकाली कपालिनी ।दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते ।।
या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता , नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता , नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता , नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता , नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता , नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता , नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
या देवी सर्वभूतेषु शांतिरूपेण संस्थिता , नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
मंत्रो के बारे में यह सुनिश्चित कर लें कि आप उसका सस्वर शुद्ध उच्चारण कर लेगें। जिस मन्त्र के सस्वर एवं शुद्ध उच्चारण के प्रति आप आश्वस्त हो, उन्हें ही सिद्ध करें। अन्यथा आप का धन, समय एवं प्रयत्न सब विफल होगा। उदाहरण के लिए स्वरों (अ, आ से लेकर औ तक के वर्ण) के ऊपर आने वाली बिंदियों का उच्चारण “म” नहीं बल्कि अँ” के रूप में करें। जैसे ऐं” का उच्चारण “ऐम” के रूप में नहीं बल्कि “न्ग” के रूप में करें।
यदि पहले से कोई सिद्ध यंत्र या अंगूठी आप धारण कर रखें हो तो इस नवरात्र में उसका पुनः जागृतिकरण कर लें।
दुर्गा अष्टमी तथा नवमी के दिन मां दुर्गा देवी की पूर्ण आहुति दी जाती है नैवेद्य, चना, हलवा, खीर आदि से भोग लगाकर कन्यों को भोजन कराया जाता है. शक्ति पूजा का यह समय, कन्याओं के रुप में शक्ति की पूजा को अभिव्यक्त करता है.आदिशक्ति की इस पूजा का उल्लेख पुराणों में प्राप्त होता है. श्री राम द्वारा किया गया शक्ति पूजन तथा मार्कण्डेय पुराण अनुसार स्वयं मां ने इस समय शक्ति पूजा के महत्व को प्रदर्शित किया है.
इन नवरात्री के नौ दिन में इस प्रकार करें अपनी 'जन्म/नाम राशी अनुसार पूजन विधि-विधान से-
मेष व वृश्चिक राशि व लग्न वाले लाल पुष्पों को अर्पित कर लाल चंदन की माला से मंत्रों का जाप करें। नैवेद्य में गुड़, लाल रंग की मिठाई चढ़ा सकते है। नवार्ण मंत्र इनके लिए लाभदायी रहेगा।
वृषभ व तुला राशि व लग्न वाले सफेद चंदन या स्फटिक की माला से कोई भी दुर्गा जी का मंत्र जप कर नैवेद्य में सफेद बर्फी या मिश्री का भोग लगा सकते हैं।
मिथुन व कन्या राशि व लग्न वाले तुलसी की माला से जप कर गायत्री दुर्गा मंत्रों का जाप कर सकते हैं। नैवेद्य में खीर का भोग लगाएं।
कर्क राशि व लग्न वाले सफेद चंदन या स्फटिक की माला से जप कर नैवेद्य में दूध या दूध से बनी मिठाई का भोग लगाएं।
सिंह राशि व लग्न वाले गुलाबी रत्न से बनी माला का प्रयोग व नैवेद्य में कोई भी मिठाई अर्पण कर सकते हैं।
धनु व मीन राशि व लग्न वालों के लिए हल्दी की माला से बगुलामुखी या दुर्गा जी का कोई भी मंत्र से जप ध्यान कर लाभ पा सकते है। नैवेद्य हेतु पीली मिठाई व केले चढ़ाएं।
मकर व कुंभ राशि व लग्न वाले नीले पुष्प व नीलमणि की माला से जाप कर नैवेद्य में उड़द से बनी मिठाई या हलवा चढ़ाएं।
वैसे देवी किसी चढ़ावा या किसी विशेष पूजन-अर्चन से ही प्रसन्न होंगी, ऐसी बात नहीं है, बल्कि शुद्ध चित्त-मन श्रद्धा-भक्ति से किए गए पूजन से देवी प्रसन्न होती हैं।
अंत में इस शुभकामनाओं के साथ समाप्त करती हूँ की ,आप सभी 'मित्रों-बंधुजन' की 'नवरात्रि' शुभ हो,माँ दुर्गें आपके कष्टों को हरें तथा शुभ फलों की प्राप्ति हो!

Thinking in mind and thieves in house

My Wish from Mother Goddess

I have never seen mother goddess ,but she always fulfilled my desires,invisibly,if it were justified,more or less......Believe me she is one and only one in this entire universe.........Otherwise no child/baby of this world could have survived.....I wish to see her,at least once ,to say thanks to her at least,when I shall set out for my final voyage,as she kept on protecting me at each each and every step of my life,life long......

My Wish from Mother Goddess

I have never seen mother goddess ,but she always fulfilled my desires,invisibly,if it were justified,more or less......Believe me she is one and only one in this entire universe.........Otherwise no child/baby of this world could have survived.....I wish to see her,at least once ,to say thanks to her at least,when I shall set out for my final voyage,as she kept on protecting me at each each and every step of my life,life long......

Good Songs

There are few songs ,which are incomparable and shall remain as incometable for ever....And no medal can be rewarded to devalue the song......Only thanks can be offered to the singer,writer,music director Actress and child artist ,heartily ,with tearful eyes....

Freedom of Females in Islam and other religions

Shared with Thanks to Mr Irshad Shaikh-
मेरे भाई जरा गौर से पढ़ना..

फिर जवाब देना..

कुछ लोग इस्लाम को बदनाम करने के लिए कहते है की इस्लाम..

औरतो को आज़ादी नही देता।
पहले देखते है की दुसरे धर्म क्या शिक्षा देते है।
बाइबिल में लिखा है की अगर कोई मर्द किसी औरत की तरफ गलत
नज़र से देखे तो उसकी आख निकल लेनी चाहिए। और अगर कोई
औरत अपना सर न ढके तो उसको गंजा कर देना चाहिए। तभी आप देखेंगे
की नन पूरे कपडे पहनती है. और उनके कपडे मुस्लिम औरतो जैसे
होते है। आप देखंगे मदर मैरी के फोटो को वो भी मुस्लिम लिबास
में होंगी।
रिग्वेद में लिखा है ,ब्रम्हा ने आप को नारी बनाया आप अपनी नज़र
नीची रखो और सर ढ़को (जिसको कहा जाता है घूँघट). आज घूँघट शहर
से विलुप्त हो चूका है केवल गाव में ही कही कही कोई औरत साड़ी के
पल्लू से घूँघट करती हुई दिखेगी। आप देखेंगे की सभ साध्वी पूरे कपडे
पहनती है. और आप देखेंगे की देवी माता के चित्रों में देवी माता पूरे
कपडे पहने होती हे।
क्युकी इस्लाम अंतिम सन्देश है इश्वर का तो इस्लाम में
पूरा ब्यौरा है की किस तरह के कपडे पहनने चाहिए और
क्या सजा होनी चाहिए उन लोगो को जो गलत काम करे।
इस्लाम में है की हर आदमी गैर औरत के सामने अपनी नज़र
नीची रखे। और औरते भी अपना जिस्म ढके। और
जो ऐसा नही करता उसको इस्लामिक शरिया कानून के हिसाब से
सजा मिलती है।
अब सवाल आत है, की आज़ादी है क्या।
पोर्न फिल्म्स में काम करना क्या आज़ादी है. रातो को नाईट
क्लब में ड्रग लेना क्या ये आज़ादी है, रातो को शराब के नशे में
घूमना क्या आज़ादी है. आज़ादी के नाम पर नंगा फिरना क्या ये
आज़ादी है. बॉयफ्रेंड के साथ घूमना फिरना गलत काम
करना क्या ये आज़ादी है। बिकिनी में घूमना क्या ये
आज़ादी है।
अगर ये आज़ादी है तो इस्लाम इस आज़ादी के खिलाफ है।
अब सवाल आता है की कोन सा धर्म है
जो औरतो को ऐसी आज़ादी देता है। आप मुझे उस धर्म का नाम
बताओ और में उसका समर्थन करने के लिए तैयार हु। ?
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  • Subir Das likes this.
  • Kumar Aparajit लेकिन एक सवाल है,ज्यादा करके मुस्लिम मर्द बडे फर्राटे दूसरे धर्म की औरतों से बाते करते हैं,मगर मुस्लिम लडकियों को या औरतों को इसकी इजाजत नहीं देते।ये कौन सी आजादी हैं।अगर वे मुस्लिम लडकियों को या औरतों इसकी इजाजत नहीं देते तो वो भी दूसरे धर्म की लडकियों या औरतों से परहेज किया करें..............But it is seen in most of the cases Muslim Males never hesitate in talking with the Ladies of others religions,but they themselves never allow Muslim Ladies to talk to the Males of other religions.If it is so then they should also avoid talking to the ladies of other religions.........
  • Sk Rahaman · Friends with Sri Ram and 45 others
    Dekho ji ye religion ki bat chor do, pehli bat ahi hai ki lady longon ki sexual hormone sharir ke har ang me rehte hai so jaha sex hai woha dhakna hai or lad longon ka sex sirf testis me rehte hai so us area ko dhakna hai agar lady longon ki sex hormon...See More
  • Vatsal Anand Aapka Mohd Sahab ne rape-sex-loot jihad ka training Kuran me daal diya. Uska koi javab hai aapke paas??
  • Vatsal Anand बहोत सुना था लव जिहाद लव जिहाद मुझे ४४० वोल्ट का झटका तब लगा जब मेरी खुद की सहेली इस चक्कर में आ गई | 

    सच कहू तो इसके पहले मैं इस में यकीन ही नहीं रखती थी | यह कहानी है सीमा और सलीम की उसे ही बयान करने की कोशिश करुँगी |

    पूरी पोस्ट यहाँ पढ़िए - जिया शर्मा की जुबानी , सीमा की कहानी भाग-1
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    सीमा और लव जिहाद , एक सहेली जिया शर्मा की जुबानी बहोत सुना था लव जिहाद लव जिहा...See More
  • Vatsal Anand जिया शर्मा की जुबानी , सीमा की कहानी भाग-2

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    जिया शर्मा की जुबानी , सीमा की कहानी भाग-२ बस इतना ही लिखा था उसका भाई मेरे पास ...See More

Daughters of India

The India the great Indians------I salute ........
गोद में छोटा भाई चंदन है। उम्र 19 साल। दोनों पैरों से नि:शक्त। शहर से चार किमी दूर सरकारी कॉलेज और कोचिंग छोड़ने की रोज की जिम्मेदारी बहन प्रभा की है।http://bit.ly/14SRy92 — with Kumar Vinay and Pradeep Srivastava.

Smile

Kings/Head of Organization

Who should be actually the most efficient, real King/head of an organization,state or country?Scholars-No,Skillful people-No,Philanthropists-No,Saints-No, General laborious people-No,Braves-No.......Then Who?....The patriot person who can identify the efficient/worthy people and who allows scholars,skillful persons,philanthropists,braves,knowledgeable persons, saints,musician,poets,hard workers to be within his/her territory/court,respectfully,and can assign suitable works to them as required by the organization,state or nation .....The most successful,powerful emperor of Mogul dynasty"Akbar " had "Nav Ratn" and lot of competent people in his Court to take care of Administration of his country,efficiently.....But our India Parliament has failed to so.....

About Men/Males

Lady From Bengal

প্রকাশিত হয়েছে আদ্বিতীয়া শারদ বরণ

NTPC-Barh

NTPC-BrahSTPP....Under Construction...It's One Unit is likely to be started in the month Nov-Dec'2013,after visit of PM.

Child workers

A little boy working in a canteen 18 hours daily on 3500 salary. :-'(

Educate your children

We talk so much about leaving a better planet to our Kids,that we forget about leaving better kids to this planet.Educate your children!Say "No" to them every once in a while...................................................................................................................For elders /seniors it is also necessary ,while training- next generation people, Juniors ,youngsters....

Spring

ऊँचाई से तो सभी लोग गिरते हैं।लेकिन अच्छे लोग गिरने बाद भी अपनी सुन्दरता खोने नहीं देते,जैसे कि पानी का झरना.........

Spring

ऊँचाई से तो सभी लोग गिरते हैं।लेकिन अच्छे लोग गिरने बाद भी अपनी सुन्दरता खोने नहीं देते,जैसे कि पानी का झरना.........