पूरे विहार मेँ था लालू,
सब नेताओँ मेँ था चालू.
जब पशुओँ का चारा खाया,
और सीबीआई नेँ धमकाया.
जब सारा भाण्डा फूट गया,
और सीएम का पद छूट गया.
सारी चालाकी फेल हुई,
और दस महिनेँ की जेल हुई.
तब राबड़ि नेँ पकड़ी बइयाँ
और बोली सुन मेँरे सइँया.
चल छैया-छैया छइया-छइया.
चल छैया-छैया छइया-छइया.
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