"सुलझेगी हर समस्या, विश्वाश से प्रयास से" यहीं मेरी भावनाओं का सार हैं जिसे आज पैसे और भौतिक सुखो के चलते आप अपनाने को कतई तैयार नहीं हैं लेकिन दोस्तों ये मेरा भी दावा हैं कि जिस दिन अपने द्वारा निर्मित समस्याए आप की जान पर आफत बनकर कहर बरपाएँगी उस दिन आप जरुर ये समझेंगे कि समय रहते अगर इन पर नियंत्रण कर लेते तो ये दिन देखना ही न पड़ता l दोस्तों अगर आप वापसी चाहते हो तो समय पर्याप्त हैं वापिस लौट आने का, अपने विश्वाश (भगवान की सोच) को अपनी जिन्दगी में वो अहमियत दे जिससे आप आज तक उचित न्याय नहीं कर पाए l
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