Monday, March 3, 2014

अन्य धर्मों में भगवान सिर्फ गोरे हैं,छरहरे बदन के हैं,

अन्य धर्मों में भगवान सिर्फ गोरे हैं,छरहरे बदन के हैं,दयालू हैं,शांत स्वभाव के हैं।तो लोग या औरतें ,सिर्फ ऐसे ही लोगों को सम्मान क्यों ना देंगे भला? मगर सिर्फ और सिर्फ हिन्दू धर्म में ही भगवान गोरे भी हैं,तो साँवले और काले भी हैं।स्त्री भी हैं,बालिका के रूप में भी है,बच्चे एवं बालक भी ,हैं तो पुरूष भी हैं,बृद्ध भी हैं , युवा भी हैं। कद के लम्बे भी हैं,साधारण भी है, तो नाटे भी हैं।मोटे भी हैं तो पतले और छरहरे बदन के भी हैं।मनुष्य रूप में भी हैं तो पशु पक्षियों एवं चिडियों के भी वेश में हैं। शांत स्वभाव के हैं,तो नटखट भी हैं,तो कभी क्रोधी भी है।धनी(राजा) भी हैं,गरीब(रंक) भी हैं तो मध्यम आय वाले आम आदमी भी हैं।न जात न पाँत,निर्गुण भी हैं तो सगुण भी हैं।घट घट में भी हैं तो एक जगह पर भी है।साथ ही साथ हर रूपों में करूणा के सागर भी है।तो क्यों न हम हिन्दू धर्म ही अपनायें,ताकि हर स्थिती में हर स्वभावो में, हर रूपो में हम सभी के द्वारा सम्मान के योग्य बने रहें।

No comments:

Post a Comment